एक साथ 31, 40 दिन में 80 ढेर; नक्सलियों की मौत का बवंडर, क्या टाइम से पहले पूरा होगा शाह का टारगेट

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छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद को खत्म करने चलाए जा रहे एंटी नक्सल ऑपरेशन में फोर्स के जवानों को लगातार सफलता मिल रही है। खासकर नया साल तो उनके लिए मौत का बवंडर लेकर आया है। फोर्स के दबाव में नक्सली लगातार अपना ठिकाना बदल रहे हैं और मुठभेड़ में मारे जा रहे हैं। बीजापुर जिले के नेशनल पार्क एरिया में जवानों और नक्सलियों के बीच रविवार को भीषण मुठभेड़ में 31 नक्सली मारे गए हैं। नक्सलियों के जमावड़े की सूचना पर ऑपरेशन लॉन्च किया गया था, जिसमें DRG, STF और बस्तर फाइटर के जवान शामिल हैं। छत्तीसगढ़ में साल-2025 में इस घटना से पहले 49 नक्सलियों को मुठभेड़ में फोर्स ने मार गिराया है।

नक्सलियों के गढ़ बस्तर संभाग को 2026 तक नक्सलवाद मुक्त कराने जवानों ने अभियान चला रखा है। लगातार नक्सलियों का एनकाउंटर हो रहा है। इससे नक्सलियों के पैर उखड़ रहे हैं। नक्सल मोर्चे पर फोर्स को एक के बाद एक बड़ी कामयाबी मिल रही है। प्रदेश में भाजपा सरकार में अब तक 268 नक्सली मारे गए हैं। 750 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। एक हजार से अधिक नक्सली गिरफ्तार किए गए हैं। 21 जनवरी 2025 को गरियांबद जिले में 18 नक्सली मारे गए। वहीं 9 फरवरी- 2025 के मुठभेड़ को जोड़ ले तो यह संख्या 300 के करीब पहुंच गई है। जिस स्पीड से नक्सली मारे जा रहे हैं और सरेंडर कर रहे हैं उससे गृहमंत्री अमित शाह का टारगेट टाइम से पहले भी पूरा हो सकता है। उन्होंने 31 मार्च 2026 को नक्सलमुक्त करने का लक्ष्य तय किया है।

2024 में 219 और 2025 में 80 नक्सली मारे गए

बस्तर पुलिस के मुताबिक साल 2025 में नक्सल मोर्चे पर अब तक अलग-अलग मुठभेड़ में बस्तर सहित पूरे राज्य में 80 नक्सली मारे जा चुके हैं। इनमें से 64 नक्सली बीजापुर समेत सात जिलों वाले बस्तर संभाग में मारे गए हैं। विगत 32 दिनों में कुल 25 हार्डकोर माओवादियों के शव बरामद किये गए हैं। 20 और 21 जनवरी को गरियाबंद एनकाउंटर में कुल 16 नक्सली मारे गए। साल 2024 में कुल 219 नक्सलियों को मार गिराने में फोर्स को सफलता मिली थी।