मातम मनाना है तो जाओ अपने देश, मुस्लिम राजनयिकों को इजरायल ने क्यों लगाई डांट

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मातम मनाना है तो जाओ अपने देश, मुस्लिम राजनयिकों को इजरायल ने क्यों लगाई डांट

 इजरायल के विदेश मंत्री इसराइल काट्ज ने तुर्किए के उप राजदूत को बुलाकर खरी-खोटी सुनाई और कहा कि हनिया जैसे हत्यारे के शोक में इस तरह की अभिव्यक्ति को इजरायल बर्दाश्त नहीं करेगा।

हमास के टॉप कमांडर इस्माइल हानियेह की संदिग्ध इजरायली हमले में मौत के बाद मुस्लिम देश तुर्किए ने इजरायल के दूसरे सबसे बड़े शहर तेल अवीव में अपने दूतावास पर राष्ट्रीय झंडा झुका दिया। तुर्किए की इस हरकत पर इजरायल भड़क उठा है। इजरायल ने तुर्किए के खिलाफ गहरी नाराजगी जताई है। इजरायल के विदेश मंत्री इसराइल काट्ज इस घटना से इतने नाराज हुए कि उन्होंने तुर्किए के उप राजदूत को बुलाकर खरी-खोटी सुनाई है। विदेश मंत्री ने खुद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट करके इसके बारे में जानकारी दी है।

एक्स पर उन्होंने लिखा है, “इस्माइल हनिया जैसे हत्यारे के शोक में इस तरह की अभिव्यक्ति को इजरायल बर्दाश्त नहीं करेगा।” इजरायली विदेश मंत्री ने कहा कि “बीते साल 7 अक्तूबर को हमास और उसके साथियों ने जो अत्याचार किए थे, उनकी अगुआई इस्माइल हनिया ही कर रहा था।”

उन्होंने लिखा है, “यदि दूतावास के प्रतिनिधि शोक मनाना चाहते हैं, तो उन्हें तुर्की जाकर अपने आका अर्दोआन के साथ शोक मिलकर शोक मनाना चाहिए, जो चरमपंथी समूह हमास को गले लगाकर, हत्या और आतंक की उनकी हरकतों का समर्थन करते हैं।” इस्माइल हनिया की बीते बुधवार को इजराइली हमले में ईरान के तेहरान मौत हो गई थी। 

इस बीच, तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने हमास पोलित ब्यूरो प्रमुख इस्माइल हनीयेह की हत्या पर शुक्रवार को एक दिन का राष्ट्रीय शोक की घोषणा की। एर्दोगन ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर कहा, "हमास पोलित ब्यूरो प्रमुख इस्माइल हानीयेह की शहादत के कारण फिलिस्तीनी हितों के प्रति अपना समर्थन और हमारे फिलिस्तीनी भाइयों और बहनों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए दो अगस्त को एक दिवसीय राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है।"

उन्होंने कहा, "मैं इस्माइल हनीयेह और सभी फिलिस्तीनी शहीदों को तहे दिल से याद करता हूं और अपनी और अपने राष्ट्र की ओर से फिलिस्तीनी लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।" उल्लेखनीय है कि ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेज़ेशकियान के शपथ समारोह में मंगलवार को भाग लेने गये हनीयेह की बाद ईरान की राजधानी तेहरान में उनके आवास पर बुधवार तड़के इजरायल ने कथित हमला करके हत्या कर दी। तुर्की, ईरान, पाकिस्तान समेत कई मुस्लिम देशों ने इसकी कड़ी निंदा की है।

इस बीच, इजरायल और तुर्किए के रिश्ते तेजी से बिगड़ रहे हैं। तुर्की के राष्ट्रपति ने कहा है कि अगर जरूरत हुई तो उनका देश इस मामले में हस्तक्षेप करेगा। उन्होंने दो टूक लहजे में कहा है कि जब हम अल्बानिया अजरबैजान के युद्ध में हस्तक्षेप कर सकते हैं तो इसमें क्यों नहीं कर सकते?