पानी के दबाव से टूटा तुंगभद्रा बांध का गेट, बाढ़ का खतरा;

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पानी के भारी दबाव तुंगभद्रा बांद का गेट नंबर 19 टूट गया जिसके परिणामस्वरूप लगभग 35,000 क्यूसेक पानी अचानक निचले इलाकों में बहने लगा।

कर्नाटक के तुंगभद्रा बांध का एक गेट शनिवार देर रात टूट जाने से निचले इलाकों में भारी मात्रा में पानी भर गया। इस घटना के बाद आंध्र प्रदेश में बाढ़ की गंभीर आशंका पैदा हो गई है। इस अप्रत्याशित घटना के कारण आंध्र प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एपीएसडीएमए) ने कृष्णा नदी के किनारे स्थित क्षेत्रों में निवासियों के लिए तत्काल बाढ़ चेतावनी जारी कर दी है।

गेट टूटने से भारी जल प्रवाह

बांध का गेट नंबर 19 पानी के भारी दबाव को सहन नहीं कर पाया और ढह गया, जिसके परिणामस्वरूप लगभग 35,000 क्यूसेक पानी अचानक निचले इलाकों में बहने लगा। एपीएसडीएमए के प्रबंध निदेशक आर. कुर्मानध ने बताया कि पानी का कुल डिस्चार्ज 48,000 क्यूसेक तक पहुंचने की संभावना है। आने वाले दिनों में पानी का स्तर और बढ़ सकता है इससे तुंगभद्रा नदी के किनारे बसे समुदायों के लिए खतरा उत्पन्न हो सकता है।।

निचले इलाकों में हाई अलर्ट

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, एपीएसडीएमए ने कुरनूल जिले के निवासियों, विशेष रूप से कोसिगी, मंत्रालयम, नंदवरम, और कौथलम के गांवों के लोगों को सतर्क रहने और अत्यधिक सावधानी बरतने की सलाह दी है। स्थानीय निवासियों को नहरों और नदियों को पार करने से बचने के निर्देश दिए गए हैं क्योंकि जल स्तर में अचानक वृद्धि होने की संभावना है।

आर. कुर्मानध ने एक आधिकारिक बयान में कहा, "इन क्षेत्रों में लोगों को सतर्क रहना चाहिए और अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक सावधानी बरतनी चाहिए। हमारी टीमें स्थिति पर बारीकी से नजर रख रही हैं और जहां भी जरूरत होगी हम सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं।"

आपदा प्रबंधन टीमों की तैनाती

अधिकारियों ने हाई अलर्ट जारी किया है और संभावित बाढ़ से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन टीमों को तैनात किया गया है। स्थिति अस्थिर बनी हुई है और स्थानीय निवासियों को नियमित रूप से नवीनतम अपडेट के लिए आधिकारिक चैनलों के माध्यम से सूचित रहने की सलाह दी जा रही है। चूंकि बाढ़ का पानी निचले क्षेत्रों की ओर बढ़ रहा है इसलिए प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है।