जन्माष्टमी पूजा से पहले इन 4 चीजों से सजाएं लड्डू गोपाल का दरबार, चमक उठेगी तकदीर

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जन्माष्टमी के पावन मौके पर लोग अपने घरों में लड्डू गोपाल के लिए दरबार सजाते हैं। आप भी जानें इस साल जन्माष्टमी पर आसानी से घर पर कैसे सजाएं भगवान श्रीकृष्ण का दरबार-

देशभर में जन्माष्टमी का पावन पर्व 26 अगस्त 2024, सोमवार को मनाया जाएगा। हर कृष्ण भक्त को इस खास दिन का बेसब्री से इंतजार रहता है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप लड्डू गोपाल की पूजा की जाती है। हिंदू शास्त्रों के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण के आठवें स्वरूप हैं। शास्त्र बताते हैं कि भगवान श्रीकृष्ण ने द्वापर युग में धर्म की स्थापना करने के लिए भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को आधी रात रोहिणी नक्षत्र में श्रीकृष्ण का अवतार लिया था। जन्माष्टमी का पर्व साज-सज्जा के बिना अधूरा सा लगता है। इस दिन लोग लड्डू गोपाल का दरबार सजाते हैं। अगर आपको समझ नहीं आ रहा है कि कैसे बाल गोपाल का दरबार सजाएं तो यहां जानें-

1. मोर पंख- भगवान श्रीकृष्ण को मोरपंख अतिप्रिय हैं। जन्माष्टमी के पर्व पर मोरपंख का प्रयोग करना अत्यंत शुभ माना गया है। मंदिर में मोरपंख से सजावट शुभ फलदायी मानी जाती है। कहा जाता है कि जन्माष्टमी पर मोरपंख घर लाने से सुख-समृद्धि व खुशहाली आती है। आप कान्हा के पंडाल के चारों और मोरपंख लगा सकते हैं।

2. पानी में तैरने वाले दीये- मिट्टी का एक बड़ा बर्तन ले सकते हैं या फिर घर पर अगर कोई तांबे या स्टील का बड़ा बर्तन है तो उसमें फूल और फ्लोटिंग दीया डाल सकते हैं। ये दीये पानी में डूबते नहीं हैं और जलने के बाद आपके मंदिर की शोभा बढ़ाएंगे।

3. मटकी- भगवान श्रीकृष्ण बाल्यावस्था में गोपियों के घर माखन चुरा कर खाते थे, इसलिए उन्हें माखन चोर भी कहा जाता है। इसलिए कान्हा के दरबार में एक माखन की मटकी भी लगाएं। सजी हुई मटकी को आप बाजार से खरीद सकते हैं या फिर घर पर भी लाल रंग के पेंट से कलर कर सकते हैं। इस पर आप मोर पंख या फिर नई तरह की डिजाइन बना सकते हैं। अगर आपकी मटकी सिर्फ डेकोरेशन वाली है तो इसमें रूई भर सकते हैं।

4. रंग-बिरंगे फूल- बाल गोपाल के दरबार की शोभा बढ़ाने के लिए रंग-बिरंगे फूलों का प्रयोग करें। मंदिर के लिए गुलाब, गेंदा व चमेली के फूल शुभ माने गए हैं। लड्डू गोपाल के चारों ओर आप फूल बिखेर सकते हैं। या फिर आप एक पूरी टोकरी फूलों से भर दें और उसमें कान्हा की मूर्ति बैठा सकते हैं।

इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।