दिल्ली में कोचिंग सेंटर हादसे में मारे गए दो छात्रो की मौत पर दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात की है।
दिल्ली के राजेंद्रनगर में हुए दर्दनाक हादसे पर उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दुख जताते हुए दिल्ली सरकार के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर एक के बाद एक कई ट्वीट कर इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। उन्होंने इस घटना को दिल्ली में कुशासन की बड़ी समस्या बताया है। उन्होंने कहा, जो कुछ हो रहा है उसे ना माफ किया जा सकता है और ना ही नजरअंदाज।
एक्स पर ट्वीट कर एलजी वीके सक्सेना ने कहा, मैं एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने के कारण सिविल सेवा के 3 छात्रों की और पानी भरने के कारण करंट लगने से एक अन्य छात्र की मौत से बहुत दुखी हूं। भारत की राजधानी में ऐसा होना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य है। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, जो कुछ हो रहा है वह माफ नहीं किया जा सका और ऐसे मुद्दों को अब और ज्यादा नजरअंदाज भी नहीं किया जा सकता है। मैंने डिविजनल कमिश्नर से मंगलवार तक हादसे के हर पहलू को कवर करते हुए एक रिपोर्ट सौंपने को कहा है।
उपराज्यपाल ने कहा, प्रशासन की उदासीनता और कोचिंग संस्थान चलाने वालों के गलती के कारण खोए हुए अनमोल युवा जीवन को कोई भी वापस नहीं ला सकता है, लेकिन जिन लोगों की जान गई है, उनकी जिम्मेदारी तय की जाएगी और दोषियों को सजा दी जाएगी। उन्होंने कहा, पिछले कुछ दिनों में बिजली का झटका लगने से कथित तौर पर 7 अन्य नागरिकों की मौत हो गई है। जिन लोगों ने अपनी जान गंवाई है उनके परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। मैं स्थिति पर कड़ी नजर रख रहा हूं और रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी ले रहा हूं। ये घटनाएं साफ तौर से संबंधित एजेंसियों और विभागों की लापरवाही और प्रशासन की विफलता की ओर इशारा करती हैं। यह कुशासन की उस बड़ी समस्या का संकेत है जिसका दिल्ली को पिछले एक दशक के दौरान सामना करना पड़ा है।
कैसे हुआ हादसा?
बता दें, शनिवार शाम को भारी बारिश के बाद राजेंद्र नगर की एक बिल्डिंग के बेसमेंट में मौजूद कोचिंग सेंटर में पानी भर गया। उस वक्त वहां 30 बच्चे मौजूद थे। सभी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। जानकारी के मुताबिक पानी का बहाव इतना तेज था कोचिंग सेंटर में पानी भरने में ज्यादा समय भी नहीं लगा। शनिवार शाम करीब 7 बजे दमकल विभाग को मामले की सूचना दी गई और कुछ लोगों के फंसे होने की आशंका भी जताई गई। पुलिस और दमकल विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और रस्सी फेंककर छात्रों को बाहर निकालने की कोशिश की गई। कोचिंग सेंटर के अंदर भरा पानी इतना गंदा था कि छात्र को कुछ नजर नहीं आ रहा था। इसके अलावा करंट से किसी कोई परेशानी ना हो, इसके लिए इलाके की लाइट भी काट दी गई थी।
काफी मशक्कत के बाद छात्रों को एक-एक कर बाहर निकाला गया लेकिन इनमें से तीन छात्रों का कुछ पता नहीं चला। बाद में तलाशी लेने पर एक-एक कर इन तीनों के शव मिले। इनमें 2 छात्राएं और एक छात्र शामिल था। तीनों ही दिल्ली के बाहर के थे और इनकी पहचान स्नेहा, नवीन और तानिया के रूप में हुई है।
AD 02
AD 01
Subscribe Us
Most viewed
बीजेपी सरकार में गिरौदपुरी धाम अंतर्गत स्थित जैतखाम भी सुरक्षित नहीं :विधायक संदीप साहू
बिलाईगढ़ विधायक कविता प्राण लहरे ने विधानसभा में श्रमिकों के पंजीयन को लेकर उठाए सवाल, मंत्री ने दिया विस्तृत जवाब
पवन साहू ने जीता ज़िला पंचायत सदस्य का चुनाव,क्षेत्र के लोगों में हर्ष.... अपने निकटतम प्रतिद्वंदी नवीन मिश्रा को 12 हजार से भी अधिक मतों से हराया.....
Weather
विज्ञापन 4
Follow us