एसईसीएल सोहागपुर क्षेत्र में सीएसआर: मोटराईज्ड ट्राईसाईकल एवं सुगम्य केन वितरण का आयोजन

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एसईसीएल द्वारा सीएसआर मद के तहत दिव्यांगजनों हेतु छत्तीसगढ़ के बिलासपुर, बलरामपुर, रायगढ़, सूरजपुर, कोरिया व सरगुजा तथा मध्य प्रदेश के अनूपपुर, शहडोल व उमरिया में कुल 1004 मोटराईज्ड ट्राईसाईकल एवं 341 सुगम्य केन का वितरण किया जा रहा रहा है। उक्त योजना का क्रियान्वयन एलिम्को तथा सहयोग जिला प्रशासन समाज कल्याण विभाग,  द्वारा किया जा रहा है।
उक्त योजना के तहत जिला शहडोल में प्रथम चरण में दिव्यांगजनों का परीक्षण शिविर लगाकर लाभार्थियों का चयन पिछले माह किया गया था। तत्पश्चात मोटराईज्ड ट्राईसाईकल एवं सुगम्य केन का वितरण दिनांक 15.02.2024 से 17.02.2024 तक जिला शहडोल में किया गया जिसमे कुल 103 लोगों को परीक्षण उपरांत लाभान्वित किया गया।  
दिनांक 15 फरवरी को ब्यौहारी में 25 मोटराइज्ड ट्राईसाइकिल एवं 2 सुगम्य केन सहित 27 दिव्यांगजनों को लाभान्वित किया गया। दिनांक 16 फरवरी को शहडोल में जिला कलेक्टर श्रीमती वंदना वैद्य एवं जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती प्रभा मिश्रा की गरिमामय उपस्थिति में 40 मोटराइज्ड ट्राई साइकिल एवं 3 सुगम्य केन के साथ 43 दिव्यांगजनों को लाभान्वित किया गया। 
आज दिनांक 17 फरवरी को बुढ़ार में 26 मोटर ट्राई साइकिल एवं 7 सुगम्य केन के साथ 33 दिव्यांगजनों को लाभान्वित किया गया। बुढ़ार में हुए कार्यक्रम में सोहागपुर क्षेत्र के महाप्रबंधक श्री पी. श्रीकृष्णा जी के द्वारा स्वयं लाभार्थियों को मोटराईज्ड ट्राईसाईकल एवं सुगम्य केन भेंट की गई। उन्होंने अपने संबोधन में वहाँ उपस्थित दिव्यांगजनों को शुभकामनायें देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की, साथ ही क्षेत्र द्वारा किये जा रहे अन्य विकास कार्यों के बारे में वहाँ उपस्थित जन समूह को जानकारी प्रदान की। 
कार्यक्रम में उपस्थित श्री मुद्रिका सिंह, सीईओ, जनपद बुढ़ार ने उक्त वितरण कार्यक्रम हेतु एसईसीएल को धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में विशेष रूप से उप क्षेत्रीय प्रबंधक, अमलाई-बंगवार-दामिनी उपक्षेत्र, श्री वी. श्रीनिवास एवं  स्टाफ ऑफिसर सिविल/ नोडल ऑफिसर सीएसआर  श्री आर के जैन, प्रबंधक कार्मिक श्री एके वर्मा एवं उपप्रबंधक सामुदायिक विकास श्री गौरव सिंघल की उपस्थिति रही। लाभार्थियों को एलिम्को द्वारा विशेष रूप से मोटराईज्ड ट्राईसाईकल एवं सुगम्य केन का प्रयोग करने बाबत प्रशिक्षण भी दिया गया एवं निश्चित ही मोटराईज्ड ट्राईसाईकल एवं सुगम्य केन के माध्यम से लाभार्थियों को स्वावलंबी बनने में मदद मिलेगी।