गणित-विज्ञान का हौव्वा खत्म कर रहा ‘क्यूरोसिटी’

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आईआईटी गांधीनगर का ‘क्यूरोसिटी’ कार्यक्रम बा स्कूलों की छात्रों के मन से गणित और विज्ञान का डर खत्म कर रहा है। छात्राओं को रोचक खिलौने, गतिविधियों, कहानियां और असाइनमेंट के माध्यम से गणित और विज्ञान से जोड़ा जा रहा है। हफ्ते में दो बार मंगलवार और शुक्रवार को इस प्रोग्राम का छात्राएं लाभ उठा रही हैं।

छात्राओं को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित में पारंगत बनाने के लिए आईआईटी गांधीनगर ने ‘क्यूरोसिटी प्रोग्राम फॉर टीचिंग साइंस इन एन एक्सपेरिमेंटल वे’ को डिजाइन किया है। इसके अंतर्गत 100 मॉड्यूल तैयार किए गए हैं। हफ्ते में दो बार मंगलवार और शुक्रवार को छात्राओं को इस कार्यक्रम से जोड़ा जाता है। इस दौरान रोचक खिलौने, गतिविधियों, कहानियां और असाइनमेंट के माध्यम से बालिकाएं विज्ञान को अनुभवात्मक तरीके से समझ पा रही हैं।

प्रदेश के सभी 746 बा स्कूलों में यह कार्यक्रम संचालित हो रहा है। प्रत्येक सप्ताह होने वाले सत्रों का जूम लिंक स्कूलों को व्हाट्सएप के माध्यम से भेजा जाता है। जूम लिंक पर अधिकतम 300 स्कूल जुड़ जाते हैं। शेष स्कूल यूट्यूब के माध्यम से सत्र में हिस्सा ले सकते हैं। स्कूलों को सत्र में इस्तेमाल होने वाली सामग्री की सूचना भी व्हाट्सएप के माध्यम से मिल जाती है। सत्र के दौरान क्विज का आयोजन भी किया जाता है।

राज्य परियोजना निदेशक ने जारी किया पत्र
राज्य परियोजना निदेशक विजय किरण आनंद ने सभी कस्तूरबा स्कूलों को इस संबंध में पत्र भी जारी किया है। जिसमें शत प्रतिशत बालिकाओं को अनिवार्य रूप से इस कार्यक्रम से जोड़ने का निर्देश दिया गया है। सत्रों में भाग लेने वाली वार्डन और बालिकाओं की साप्ताहिक रिपोर्ट राज्य परियोजना कार्यालय को भेजना अनिवार्य है। जो स्कूल भाग नहीं लेंगे उनकी वार्डन और जिला समन्वयक बालिका शिक्षा के विरुद्ध कठोर कार्रवाई प्रस्तावित की गई है।