काश मैं कह पाता कि... जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी को लेकर ये क्या कह गए इंडियन बॉलिंग कोच

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आईसीसी वर्ल्ड कप 2023 में टीम इंडिया ने अभी तक ऑलराउंड प्रदर्शन किया है। बैटिंग, बॉलिंग और फील्डिंग तीनों डिपार्टमेंट एक-दूसरे को बैक कर रहे हैं और यही वजह है कि भारतीय क्रिकेट टीम लगातार छह मैच जीत चुकी है और अब सेमीफाइनल में पहुंचने के सबसे ज्यादा करीब है। भारत ने रविवार को इंग्लैंड के खिलाफ 100 रनों से मैच जीता। वर्ल्ड कप 2023 में यह टीम इंडिया की छठी लगातार जीत थी। इस मैच में भारतीय टीम 50 ओवर में 9 विकेट पर 229 रन ही बना पाई थी, जवाब में इंग्लैंड की टीम 129 रनों पर ही सिमट गई। मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह ने मिलकर कुल सात विकेट चटकाए। टीम इंडिया के बॉलिंग कोच पारस म्हाम्ब्रे इन दोनों की बॉलिंग से बहुत ज्यादा खुश हैं। म्हाम्ब्रे ने कहा कि इन दोनों से कभी तकनीक को लेकर बात ही नहीं करनी पड़ती है और जो बात होती है वह बस रणनीति को लेकर होती है।

बुमराह और शमी दोनों ने दूधिया रोशनी में पिच का पूरा फायदा उठाया और म्हाम्ब्रे का कहना है कि दोनों ही अपनी बेस्ट फॉर्म में हैं जिससे उन्हें तकनीकी पहलू पर कुछ भी बताने की जरूरत नहीं रहती। टीम कॉम्बिनेशन के कारण शमी पहले चार मैच में नहीं खेल सके लेकिन न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के खिलाफ प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें प्लेइंग XI से बाहर नहीं रखा जा सकता है। म्हाम्ब्रे ने कहा, 'जब टीम में आपके पास इतना स्किल्स रखने वाले खिलाड़ी हैं तो आपको सच में इसके बारे में चर्चा करने की जरूरत नहीं पड़ती। ये खिलाड़ी इतना क्रिकेट खेल चुके हैं जिससे वे पूरी तरह समझते हैं कि टीम को उनसे किस चीज की जरूरत है।' 

 उन्होंने कहा, 'काश मैं यह कह पाता कि हमने इसके लिए टीम में चर्चा की थी और इसका प्लान बनाया था। हमारी टीम में इतने बेहतरीन गेंदबाज हैं और वे इतने अनुभवी हैं कि इससे मेरा काम आसान हो जाता है।' पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज ने रविवार को जीत के बाद कहा, 'इस लेवल पर यह प्लेयर्स मैनेजमेंट की बात है। वे काफी क्रिकेट खेल चुके हैं, वे सब चीज समझते हैं। मुझे तकनीक के बारे में ज्यादा बताने की जरूरत नहीं पड़ती, बस रणनीति के बारे में ही बात होती है। इसमें भी प्रोसेस अहम होता है और इसके लिए श्रेय उन्हें जाता है।'

बुमराह और शमी के शानदार शुरुआती स्पैल से इंग्लैंड ने 230 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 39 रन पर चार विकेट गंवा दिए थे, इसके बारे में बात करते हुए म्हाम्ब्रे ने कहा कि उस समय विकेटों की जरूरत थी और इन दोनों गेंदबाजों ने टीम को विकेट दिलाए। उन्होंने कहा, 'बुमराह और शमी का शुरुआती स्पैल मैच के लिहाज से काफी अहम था, हम छोटे लक्ष्य का बचाव कर रहे थे।' म्हाम्ब्रे को लगता है कि भारत को 30-40 रन और बनाने चाहिए थे, उन्होंने कहा, 'पावरप्ले में विकेट सपाट हो गया था। उन्होंने जिस तरह की गेंदबाजी कर विकेट झटके, उससे हमारी नींव बनी। इसके बाद से मैच का रुख हमारी ओर बढ़ गया।' टूर्नामेंट में पहली बार भारत ने पहले बल्लेबाजी की जिसमें रोहित शर्मा और सूर्यकुमार यादव को छोड़कर ज्यादातर बल्लेबाज रन रेट बढ़ाने की कोशिश में आउट हो गए। 

 बॉलिंग कोच का कहना है कि टीम बचे हुए तीन लीग मैचों से पहले कुछ चीजों में सुधार कर सकती है। उन्होंने कहा, 'हर किसी को यहां बल्लेबाजी का मौका मिला, जो अहम था। विराट, रोहित और शुभमन जिस तरह से खेल रहे हैं, मिडिल ऑर्डर को बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला। हालांकि केएल राहुल को चेन्नई में मौका मिला था। इसलिए सभी के लिए मौका मिलना अहम था और यह एक ऐसा ही मैच था।' म्हाम्ब्रे ने कहा, 'लेकिन गेंद बल्ले पर नहीं आ रही थी, जिससे परिस्थितियां बल्लेबाजी के लिए मुश्किल थी। इसके बावजूद वे अच्छा खेले। मुझे लगता है कि कुछ चीजों में सुधार की जरूरत है।'

स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या बांग्लादेश के खिलाफ लगी टखने की चोट के कारण पिछले दो मैच नहीं खेल सके। वह इस चोट से उबर रहे हैं और उन्हें सेमीफाइनल से पहले सिलेक्शन के लिए उपलब्ध होना चाहिए। म्हाम्ब्रे ने हार्दिक की वापसी के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी। उन्होंने कहा, 'मेडिकल टीम देखभाल कर रही है और हार्दिक और एनसीए के साथ पूरी तरह संपर्क में है। दो दिन में हमें अपडेट मिलने की उम्मीद है।' हार्दिक की अनुपस्थिति में भारत को प्लेइंग XI में दो बदलाव करने के लिए बाध्य होना पड़ा।