दतिया गैंगरेप केस में मेडिकल रिपोर्ट कहां, पीड़िता ICU में:लोग बोले- BJP नेता का आरोपी बेटा छेड़ता था लड़कियां

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 दतिया... 14 जुलाई, 2023, दिन शुक्रवार…मध्य प्रदेश के दतिया जिले के उनाव बालाजी कस्बे में रात 10 बजे भीड़ ने थाने को घेर लिया। लोग आरोप लगा रहे थे कि उसी दिन दोपहर को स्कूल से लौट रही दो लड़कियों को 4 लड़कों ने एक घर में जबरदस्ती खींच लिया। आरोपी लड़कों में से एक BJP नेता और मंडल अध्यक्ष का नाबालिग बेटा भी था।

दोनों लड़कियां बहनें थीं। छोटी बहन ने लौटकर बताया कि चारों लड़के बड़ी बहन को एक कमरे में ले गए थे। कुछ देर बाद वो बाहर निकली तो रो रही थी। छोटी बहन के साथ छेड़छाड़ की गई और बड़ी बहन से गैंगरेप किया। बड़ी बहन घर लौटी और फांसी लगाने की कोशिश की। उसकी गर्दन में चोट आई और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।

ये घटना दोपहर 2 बजे की थी, लेकिन हंगामे के बाद FIR रात 10 बजे लिखी गई। आरोपियों की गिरफ्तारी भी हो गई। पीड़िता का मेडिकल हुआ है, लेकिन 10 दिन बाद भी पुलिस नहीं बता रही है कि गैंगरेप हुआ है या नहीं। दैनिक भास्कर की छानबीन में भी केस के कई अहम फैक्ट्स निकलकर सामने आए हैं…

बड़ी बेटी से गैंगरेप किया, फिर उसने फांसी लगा ली…
दतिया से लगभग 20 किमी दूर उनाव बालाजी कस्बे में गलियों से होते हुए हम पीड़िता के घर पहुंचे तो जगह-जगह पुलिस फोर्स लगी थी। कांग्रेस के कार्यकर्ता भी मौजूद थे। कुछ देर में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। लगभग 20 मिनट बाद दिग्विजय सिंह निकले और मीडिया से बात किए बिना चले गए।

भीड़ कम हुई तो हमने पीड़िता के परिवार से बात की। घर में एक आंगन है। फिर सामने की ओर बने कमरे में नाबालिग पीड़िता बैठी है। बड़ी बहन के बारे में पूछा तो पता चला कि उसकी हालत नाजुक है और दतिया जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। मां उसकी देखभाल के लिए वहीं पर है। परिवार परेशान है कि आरोपियों में से एक का पिता BJP मंडल अध्यक्ष है। पुलिस केस में फेरबदल कर सकती है।

सबसे पहले हमारी बात पीड़िता के पिता से हुई। पिता कहते हैं, ‘हम उस दिन खेत में धान की रोपाई कर रहे थे। बड़ी बिटिया की सप्लीमेंट्री आई हुई थी। 17 जुलाई को उसका पेपर था। 14 जुलाई को दोनों बेटी एडमिट कार्ड लेने स्कूल गई थीं। प्रिंसिपल से साइन चाहिए था। दोनों वहीं से स्कूटी से लौट रही थीं, जब ये चारों उन्हें अपने साथ खींचकर ले गए। दोनों को अलग-अलग कमरों में ले गए। छोटी बेटी के साथ छेड़खानी की और बड़ी बेटी से गैंगरेप किया।’

‘बड़ी बेटी लौटी तो रो रही थी। कमरे में गई और फांसी लगा ली। घर में मेरी बहन, छोटी लड़की और साले का लड़का था। उन्होंने ही उसे फंदे से उतारा। हम उसे तुरंत झांसी में एक प्राइवेट हॉस्पिटल ले गए। वहां से उसे दतिया जिला अस्पताल भेज दिया।’

पुलिस पर BJP लीडर का प्रेशर, हमारी मदद नहीं कर रही…
पीड़िता के पिता डर जाहिर करते हुए कहते हैं, ‘उस लड़के का पिता BJP का मंडल अध्यक्ष है। पुलिस और प्रशासन पर प्रेशर है। ये सारे आरोपी उसकी गैंग में ही हैं। इसलिए देरी की जा रही है। हादसे वाले दिन पहले पुलिस FIR लिखने से मना करती रही, भीड़ ने दबाव डाला तब लिखी थी। अब डर है कि कहीं केस न कमजोर कर दें।’

लड़की के पिता सवालों के जवाब देकर तंग आ चुके हैं। चिढ़ते हुए कहते हैं, ‘हमारी सरकार से सिर्फ इतनी मांग है कि बिटिया के लिए सरकार कुछ कर सकती हो, तो करे। हमारे परिवार की जिंदगी ही नरक हो चुकी है। सरकार के यहां से हमारे पास अब तक कोई नहीं आया। हमारी मांग है कि मंडल अध्यक्ष को पद से हटाया जाए और आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलाएं।’

दीदी को दूसरे कमरे में ले गए, मुझे भी टच किया…
पिता से बातचीत के बाद हमने नाबालिग पीड़िता से बात की। वह घटना के बाद से कमरे से नहीं निकल रही। कमरे में लाइट भी नहीं जलाती। हम अंदर गए, तो जमीन पर चटाई बिछाकर लेटी थी। हमें देख मुंह घुमाकर बैठ गई। फिर धीरे-धीरे बोलना शुरू किया, ‘हम दोनों स्कूल से लौट रहे थे। घर से कुछ दूर एक गली में वो चारों खड़े थे। हम लोगों को जबरदस्ती घर में खींच लिया।’

‘हमें एक कमरे में ले गए और बदतमीजी करने लगे। मेरा हाथ पकड़ कर खींचा, इधर-उधर टच किया। मेरी बहन को एक कमरे में लेकर चले गए। आधे घंटे तक उसके साथ रहे। बहन ने मुझे बताया कि उसके साथ गलत काम किया गया है।’ ये बताते हुए नाबालिग पीड़िता जोर-जोर से रोने लगती है।