कलेक्टर डॉ.सिद्दीकी ने रीपा गौठानों का किया निरीक्षण

Views


निर्माण कार्यों को 25 मार्च के पहले पूर्ण करने के दिए निर्देश
सारंगढ़-बिलाईगढ़, कलेक्टर डॉ.फरिहा आलम सिद्दीकी ने आज बिलाईगढ़ और सारंगढ़ विकासखण्ड के रीपा गौठानों का निरीक्षण किया। सर्वप्रथम कलेक्टर ने सुबह बिलाईगढ़ स्थित रोहिना और बेलटिकरी गौठानों का निरीक्षण किया। बेलटिकरी गौठान में मिनी राइस मिल, फ्लाई एश और बॉटलिंग प्लांट लगाया जाएगा, इसके अलावा रोहिना स्थित गौठान में दोना पत्तल, पेपर कप एवं ग्लास, कपड़े धोने का साबुन, सर्फ  एवं मसाला उद्योग स्थापित किया जाएगा। आगामी 25 मार्च को रीपा गौठानों में रीपा योजनांतर्गत कार्यों के उद्घाटन को ध्यान में रखते हुए उन्होंने शेष निर्माण कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए।  
ज्ञातव्य है कि कलेक्टर द्वारा लगातार शासन की फ्लैगशिप योजनाओं पर प्राथमिकता से कार्य करने हेतु सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया जा रहा है एवं कार्यों का नियमित अपडेट लिया जा रहा है। जिले में रीपा योजना अंतर्गत सभी जनपदों में निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। इन्हीं कार्यों के निरीक्षण हेतु आज कलेक्टर जिले के रीपा गौठानों के दौरे पर रहीं। इसके पश्चात् कलेक्टर डॉ सिद्दीकी ने सारंगढ़ स्थित छिन्द रीपा गौठान का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने गौठानों में निर्माणाधीन कार्यों की सराहना करते हुए समस्त निर्माण कार्यों को तय समय पर पूरा करने के निर्देश दिए। छिन्द रीपा गौठान में बेकरी यूनिट, मिठाई बॉक्स यूनिट, फ्लाईएश मशीन एवं मुर्रा मिल मशीन का कार्य प्रस्तावित है। कलेक्टर ने इन कार्यों की गुणवत्ता बरकरार रखते हुए कार्य करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर बिलाईगढ़ एसडीएम डॉ.स्निग्धा तिवारी, सीईओ श्री अभिषेक बनर्जी एवं सीईओ योगेश्वरी बर्मन, संबंधित ग्रामीण विकास अधिकारी, परियोजना अधिकारी एवं गौठान समिति के सदस्य उपस्थित रहे।
राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना 'महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजनाÓ के अंतर्गत सभी जिलों में रूरल इंडस्ट्रियल पार्क का निर्माण किया जा रहा है, इसमें ग्रामीण क्षेत्रों के चयनित गौठानों को आजीविका के केन्द्र के रूप में विकसित करने की कवायद जारी है। गौठानों में वर्मीकम्पोस्ट, मुर्गी पालन, बकरी पालन, कृषि उत्पादों और वनोपजों के प्रसंस्करण एवं ग्रामोद्योग संबंधी कार्य किये जाने हैं। इन गतिविधियों के माध्यम से बड़ी संख्या में स्व-सहायता समूह की महिलाओं और ग्रामीण युवाओं को रोजगार और आय के अवसर प्रदान करने की सरकार की मंशा है।