इसलिए कन्या पूजन में रखा जाता है कन्याओं की उम्र का ध्यान

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Navratri 2022 Kanya Pujan

नई दिल्ली, Navratri 2022, Kanya Pujan: हिन्दू धर्म में नवरात्र महापर्व के अष्टमी और नवमी तिथि को कन्या पूजन का विधान है। इस दिन 10 वर्ष से कम उम्र की नौ कन्याओं को घर पर आमंत्रित कर भोजन कराने की प्रथा है। मान्यताओं के अनुसार कन्या पूजन (Kanya Pujan 2022) के दिन कन्या और बटुक की पूजा करने से मां भगवती प्रसन्न होती हैं और धन-समृद्धि का आशीर्वाद प्रदान करती हैं। बता दें कि शास्त्रों में आयु के अनुसार कन्या पूजन के महत्व को भी विस्तार से वर्णित किया गया है। साथ ही यह भी बताया गया है कि इस दिन आयु के अनुसार कन्याओं को भोग लगाने से भक्तों को विशेष लाभ होता है। आइए जानते हैं कन्या पूजन में क्या है कन्याओं के आयु का महत्व।

कन्या पूजन तिथि(Kanya Pujan 2022 Date)

शास्त्रों के अनुसार नवरात्र महापर्व के अष्टमी और नवमी तिथि को कन्या पूजन किया जाता है। पंचाग के मुताबिक इस वर्ष अष्टमी तिथि 3 अक्टूबर व नवमी तिथि 4 अक्टूबर के दिन पड़ रहा है। इस दिन शुभ मुहूर्त में कन्या पूजन करने से व्यक्ति को विशेष लाभ होता है।

आयु के अनुसार कन्या पूजन का महत्व

2 वर्ष- 2 वर्ष की छोटी कन्या का पूजन करने से दुःख, दरिद्रता और कई प्रकार की समस्याएं समाप्त हो जाती हैं। साथ ही घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है। इस आयु की कन्या को कुमारी कहा जाता है।