आबारा मवेशी के कारण सड़क पर चलना मुश्किल।

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पखांजुर - छत्तीसगढ़ शासन का सबसे बड़ा महत्तकांशी योजन गौठान कोयलीबेड़ा ब्लॉक में फेल होता  नजर आ रहा है ,इस आबारा मवेशियों को देखकर अंदाजा लगा सकते है,पखांजुर ,बांदे ,कापसी के मुख्य सड़क SH 25 पर रोजाना आबारा मवेशियों के रहना आमबात हो गई है,इसका जबाबदेही न तो पखांजुर नगरपंचायत या बांदे ग्राम पंचायत,या कापसी ग्राम पंचायत ले रहे है ,ऐसा लग रहा है सिर्फ खाना पूर्ति के लिए  गौठान समिति का गठन किया गया है।

बता दे इन दिनों आवारा मवेशी नगरवासियों के लिए बेहद परेशानी का सबब बने हुए हैं। स्थिति यह है कि नगर का कोई भी हिस्सा ऐसा नहीं है जहां आवारा मवेशी बैठे हुए या घूमते हुए नजर न आएं। कई मवेशी तो ऐसे हैं जो लोगों को देखकर उन पर हमला भी बोल देते हैं। इन मवेशियों से सबसे ज्यादा परेशानी वाहन चालकों सहित सब्जी व फल विक्रेताओं को हो रही है। रात के अंधेरे में सडक पर यह मवेशी दिखाई नहीं देते हैं और अचानक गाडी के सामने आ जाने से कई बार हादसा भी हो जाता है। दूसरी ओर यहां फल व सब्जी लेने आने वाले ग्राहकों के सामान पर भी ये आए दिन झपट्टा मार देते हैं। आमजन के साथ व्यवसायियों के लिए मुसीबत बने इन अवारा मवेशियों को हटाने के लिए नगर पंचायत या ग्राम पंचायत कोई प्रयास कर रहा है। सड़क पर बैठे मवेशी, आए दिन हो रही दुर्घटनाएं नगर की मुख्य सड़कों पर  घूम रहे मवेशी न सिर्फ यातायात को बाधित कर रहे हैं, बल्कि यहां से निकलने वाले वाहन चालकों के लिए दुर्घटना का सबब भी बन रहे हैं। कई बार मवेशियों के झगड़े में राहगीर व वाहन चालक दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं, यह स्थिति ज्यादा खतरनाक है क्योंकि इस दौरान भागने या बचने के प्रयास में जान भी जा सकती है। शाम होते होते सड़कों पर मवेशियों की संख्या इतनी बढ़ जाती है कि वाहन चालकों को खुद उतरकर मवेशियों को सड़क से उठाना पड़ता है तो वहीं कई बार चार पहिया वाहन चालक की चपेट में आने से यह मवेशी भी घायल हो जाते हैं। 
वहीं रात के समय बंद दुकानों के सामने मवेशी गंदगी फैला  देते हैं जिससे सफाई कर्मियों व स्थानीय दुकानदार लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है।अब देखने वाली बात होगी कि खबर प्रकाशित होने के बाद नगर पंचायत और ग्राम पंचायत बांदे और कापसी इन आवारा मवेशियों को गौठान में पहुचती है या उनके मालिको को खोज कर उनके सुपुर्द करती है।