नमन फाउंडेशन छत्तीसगढ़ के द्वारा ग्राम कोनारी के शासकीय चारागाह की जमीन उद्योग विभाग में देने किया गया विरोध

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 (वीरेन्द्र साहू)
तिल्दा नेवरा-  ब्लॉक तिल्दा के आस पास  इन दिनों औद्योगिक क्षेत्रों के नाम से जाने जाना लगा है औद्योगिकीकरण के नाम पर अंधाधुन वृक्षों की कटाई एवं पर्यावरण को प्रदूषित किया जा रहा है तिल्दा नेवरा के आस पास होने वाले औद्योगिकीकरण के कारण आसपास के ग्रामों में निवासरत लोगों की स्वास्थ्य पर बहुत ही बुरा असर पड़ रहा है साथ ही साथ चारागाह की जमीन को भी औद्योगिकीकरण के लिए दिया जा रहा है जिससे पशुधन को भी काफी नुकसान होने की संभावना है ग्राम के पशु पालकों का कहना है कि अगर चारागाह की जमीन को उद्योग विभाग को दिया जाता है तो हम अपनी पशुओं को चराने के लिए कहां ले जाएंगे पहले सरकार इसकी व्यवस्था करें अन्यथा इस चारागाह की जमीन को उद्योग विभाग को ना दिया जाए बता दें कि नमन फाउंडेशन एनजीओ छत्तीसगढ़ के द्वारा ग्राम कोनारी शासकीय एवं चारा का की भूमि को उद्योग विभाग को दिए जाने पर आपत्ति दर्ज किया गया है नमन पेंशन के अध्यक्ष श्री चंद्रशेखर यदु का कहना है कि शासन प्रशासन के द्वारा आम लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में ना रखते हुए उनके जीवन के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है एक तरफ जहां पर्यावरण प्रदूषण होगा वहीं दूसरी तरफ जो पशु के चरने की जगह को भी अब नहीं छोड़ा जा रहा है औद्योगिकीकरण के आड़ में शासन प्रशासन हजारों पशुओं की बलि चढ़ाने में जुटी है  हमारी संस्था नमन फाउंडेशन छत्तीसगढ़ इस पर घोर आपत्ति दर्ज करता है।