mahipal Sahu AttachmentsWed, Feb 2, 8:23 PM (17 hours ago) to me रसोड़ा में मनरेगा कार्य किये गये भ्रष्टाचार पर शिकायतकर्ताओं ने जांच दल पर लीपापोती करने का आरोप लगाया

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 बसना जनपद के ग्राम पंचायत रसोड़ा में ग्रामीण विकास और ग्रामीण क्षेत्र में निवास करने वाले गरीब एवं कमजोर आय वर्ग के परिवारों को रोजगार देकर दोहरे लक्ष्य प्राप्त करने वाली महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के गाता डाबरी निर्माण में रोजगार सहायक राजेश सोनी और सरपंच द्वारा दबंगई एवं मनमानी पूर्वक रोजगार गारंटी योजना काम नही करने वालों के नाम पर फर्जी मस्टररोल भरकर कार्य मे भारी अनियमितता और भ्रष्टाचार करने की शिकायत पंचों और ग्रामीणों ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सरायपाली से की गई। जिसे गंभीरता से लेते हुए अनुविभागीय अधिकारी नम्रता ने तत्काल इस मामले की जांच कराने हेतु उक्त पत्र को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत बसना को अंतरण किया गया था। जिस पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी सनत महादेवा के द्वारा गंभीरता दिखाते हुए जनपद पंचायत बसना के सहायक आंतरिक लेखा परीक्षण अधिकारी पुरूषोत्तम दिवान, उप अभियंता विकास सोनी और मनरेगा  तकनीकी सायक ज्योति नाग को 3 सदस्यीय जांच टीम बनाकर 28 जनवरी 2022 को जांच करने के निर्देश दिये। जांच टीम द्वारा ग्राम पंचायत रसोड़ा के राजीव भवन में सरपंच सुरेन्द्री मनोज प्रधान सचिव, रोजगार सहायक मेट तरुण प्रधन पंचों सहित शिकायतकर्ताओं की उपस्थिति में जांच की गयी जहां सरपंच, रोजगार सहायक, मेट और शिकायतकर्ताओं का लिखित बयान लिया गया। बयान में राज किशोर, संतोष मेहर, मेघनाथ पंच राजकुमार भोई, मेट सहित दर्जनों शिकायतकर्ताओं ने बताया कि सदानंद/मंगलू, तपस्वनी/ सदानंद, गोवर्धन/ जमादार, बसंत/ गोवर्धन, चम्पा/लीलम्बर, केशव/सदानंद सहित 46 मजदूरों के नाम पर रोजगार सहायक राजेश सोनी और सरपंच सुरेन्द्री मनोज प्रधान द्वारा अपने पद का दुरुपयोग करते हुये गाता डाबरी निर्माण में दबंगई एवं मनमानी पूर्वक रोजगार गारंटी योजना में काम नही करने वालों लोगों के नाम पर फर्जी मस्टररोल भरकर कार्य मे लाखो रुपये अनियमितता एवं भारी भ्रष्टाचार करने की बात कहते हुये शिकायतकर्ताओं द्वारा जांच अधिकारी की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुये प्रारंभिक जांच में ही मामले में लीपापोती करने का आरोप लगते जांच अधिकारियों द्वारा केवल शिकायतकर्ताओं, सरपंच सचिव, रोजगार सहायक और मेट का ही बयान लिया गया जबकि कार्य मे काम करने वालो मजदूरों और कार्य नही करने वाले लोगों से कोई बयान नही लिया गया। जबकि रोजगार सहायक सरपंच एवं सचिव द्वारा अपने बयान में कोरोना काल के समय रोजगार के अभाव में इन 46 मजदूरों द्वारा कार्य किया जाना बताया।