हृदय रोग से बचाव के लिए नुक्कड़ नाटक और प्रश्नोत्तरी सत्र में किया जागरुक

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राजनांदगांव। हृदय बीमार न हो और धड़कन बनी रहे, इसके लिए जिले में विभिन्न जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। अस्पतालों में शिविर लगाकर लोगों को समझाइश दी गई कि दिल का ख्याल रखें। खान-पान और दिनचर्या को संयमित रखें, मादक पदार्थों का सेवन करने से बचें तथा तनाव बिल्कुल न लें।
गैर-संचारी रोगों (एनसीडी) से होने वाली मौतों की संख्या में एक बड़ा हिस्सा अभी भी हृदय संबंधी रोगों का है। ऐसे में हैल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर विश्व हृदय दिवस का आयोजन किया जाना ग्रामीण और शहरी लोगों के बीच हृदय संबंधी रोगों तथा इनके लक्षणों व बचाव के उपायों के बारे में जागरूकता लाने के लिए एक आदर्श मंच हो सकता है। इस धारणा के अनुरुप देश भर के 77,786 आयुष्मान भारत-हैल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर इस साल पहली बार 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस के रूप में मनाया गया।
इन प्रयासों को गंभीरतापूर्वक लेते हुए राजनांदगांव जिले में भी सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तथा हैल्थ एंड वेलनेस सेंटर में यूज हार्ट टू कनेक्ट थीम पर हृदय दिवस मनाया गया। हृदय संबंधी रोगों की रोकथाम और प्रबंधन में सुधार के लिए कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए यहां विभिन्न गतिविधियां आयोजित की गई। विश्व हृदय दिवस के उद्देश्यों की सफलता के लिए जिला अस्पताल के साथ-साथ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में जन जागरुकता के लिए प्रेरक बैनर-पोस्टर लगाए गए हैं। चौक-चौराहों पर नुक्कड़ नाटक किया गया। हैल्थ एंड वेलनेस सेंटरों में लाभार्थियों को योगा कराने के साथ ही हृदय रोगों से बचाव हेतु योगक्रिया का महत्व बताया गया। साथ ही स्वास्थ्य परीक्षण किया गया तथा मरीजों के ब्लड प्रैशर, ब्लड शुगर, हीमोग्लोबिन की जांच व बीएमआई ली गई।
इसी तरह चिखली स्थित आयुर्वेदिक औषधालय में स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रोशन कुमार और जिला वित्त सलाहकार थामेश वर्मा की उपस्थिति में कई प्रेरक कार्यक्रम किए गए। किशोर उम्र वालों के लिए वेबिनार किया गया। इनसे हृदय संबंधी रोगों पर चर्चा की गई और रोग के शीघ्र निदान व उपचार पर जोर दिया गया। अन्य मरीजों के लिए हृदय स्वास्थ्य जागरुकता पर आधारित प्रश्नोत्तरी सत्र का आयोजन किया गया। इस दौरान मरीजों से हृदय स्वास्थ्य से संबंधित सवाल किए गए।
इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश चौधरी ने बताया, तम्बाकू, शराब व इस तरह के अन्य मादक पदार्थों को त्यागकर संयमित जीवनशैली, स्वस्थ आहार व योगा को दिनचर्या में शामिल करने पर हृदय रोगों से काफी हद तक छुटकारा पाया जा सकता है। इस दिशा में जन-जागरुकता के लिए विश्व हृदय दिवस मनाया गया। जिले के सभी सीएचसी, पीएचसी, एचडब्लूसी में यूज हार्ट टू कनेक्ट थीम पर कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। नुक्कड़ नाटक व रेसिपी कांपीटिशन कराया गया। किशोर-किशोरियों और पियर एजुकेटरों के लिए प्रश्नोत्तरी, पोस्टर प्रतियोगिताओं समेत विभिन्न रोचक खेलों का आयोजन किया गया। इसी तरह जिले के सभी विकासखंडों में 25 सितंबर से जागरुकता कार्यक्रम किए जा रहे हैं, 30 सितंबर तक चलेगा। ब्लॉक स्तर पर भी निःशुल्क हृदय स्वास्थ्य एवं जागरूकता शिविर लगाए जा रहे हैं