पहले 25, फिर 50 और अब 60 हजार, मोदी राज में यूं भाग रहा सेंसेक्स

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16 मई 2014, ये वो दिन था जब साफ हो गया कि देश की कमान अब नरेंद्र मोदी के हाथों में होगी। यही वो दिन था जब 16वीं लोकसभा के चुनाव नतीजे आए और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का अब देश का प्रधानमंत्री बनना तय हो गया।  

नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने का भारतीय शेयर बाजार ने भी जबरदस्त स्वागत किया और इस दिन पहली बार सेंसेक्स 25 हजार अंकों के पार पहुंचा। हालांकि, कारोबार के अंत तक निवेशकों ने कुछ मुनाफावसूली भी की, इस वजह से सेंसेक्स की क्लोजिंग 25 हजार अंक के नीचे हुई। इसके बाद सेंसेक्स ने 50 हजार अंक के स्तर को टच करने में करीब 7 साल लगा दिए। 

21 जनवरी 2021 को कारोबार के दौरान पहली बार सेंसेक्स ने 50,000 अंक का आंकड़ा पार किया। वहीं, 50 से 60 हजार अंक के स्तर को पार करने में सेंसेक्स को सिर्फ 9 माह लगे हैं। आज यानी 24 सितंबर 2021 के दिन पहली बार सेंसेक्स ने 60 हजार अंक के स्तर को पार किया है।

मोदी राज में बुरा दौर भी देखा: मोदी राज में सेंसेक्स ने बुरा दौर भी देखा है। बीते साल जब देश कोरोना की चपेट में आया और लॉकडाउन की आहट मिलने लगी तो शेयर बाजार भी टूट गया। मार्च में सेंसेक्स में लोअर सर्किट लग गया। इस वजह से 45 मिनट तक कारोबार भी बंद करना पड़ा। दअसल, शेयर बाजार को भारी गिरावट से बचाने के लिए लोअर सर्किट लगाया जाता है। इसका मकसद निवेशकों के निवेश को सुरक्षित रखा होता है। शेयर बाजार में करीब 14 साल बाद लोअर सर्किट लगा था। आपको बता दें कि कोरोना की पहली लहर में गिरावट की वजह से सेंसेक्स ने एक बार फिर 25 हजार अंक के स्तर को छु लिया था।

सेंसेक्स का सफर25 जुलाई 1990 को सेंसेक्स पहली बार 1 हजार अंक के पार पहुंचा था। 15 जनवरी 1992 को सेंसेक्स पहली बार 2000 अंक के पार बंद हुआ था। वित्त मंत्री मनमोहन सिंह के उदारीकरण की नीति लागू होने की वजह से बाजार को बूस्ट मिला। इसके बाद हर्षद मेहता स्कैम की वजह से सेंसेक्स ने जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखे। इसके बावजूद करीब 7 साल बाद 11 अक्टूबर 1999 को सेंसेक्स पहली बार 5000 अंक के पार बंद हुआ। अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनने से बाजार को बूस्ट मिला था।

वहीं, 6 फरवरी 2006 को सेंसेक्स 10 हजार अंक के स्तर को पार किया। इसके अलावा 9 जुलाई 2007 को सेंसेक्स पहली बार 15 हजार अंक पर बंद हुआ। दिसंबर 2007 में सेंसेक्स ने 20,000 अंक का स्तर पार किया। इसके बाद सेंसेक्स को आर्थिक मंदी का ग्रहण लग गया और यह एक बार फिर 10 हजार अंक के नीचे आ गया। फिलहाल, सेंसेक्स ने 60 हजार अंक के स्तर को पार कर लिया है।