शुद्ध और सस्ता सोना खरीदने का आज से मौका दे रही है मोदी सरकार, एसबीआई ने बताए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के फायदे

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एक बार फिर आपको शुद्ध और सस्ता सोना खरीदने का मौका मिल रहा है, हालांकि यह सोना आपको फिजिकल रूप में नहीं मिलेगा। दरअसल, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2021-22 की पांचवीं किस्त की बिक्री 30 अगस्त से से शुरू हो रही है। यह 3 सितंबर तक चलेगी। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड आरबीआई सरकार की ओर से जारी करता है।

इस बार गोल्ड बॉन्ड के लिए इश्यू प्राइस 4,732 रुपए प्रति ग्राम तय किया गया है। ऑनलाइन या डिजिटल पेमेंट करने पर 50 रुपए प्रति ग्राम की छूट अलग से मिलेगी।इससे पहले, सरकार ने मई 2021 से सितंबर 2021 के बीच छह किस्तों में सरकारी गोल्ड बॉन्ड जारी करने की घोषणा की थी। मंत्रालय के अनुसार, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्मॉल फाइनेंस बैंक और पेमेंट बैंक को छोड़ कर सभी बैंक, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, निर्धारित डाकघरों मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेडसे खरीदे जा सकते हैं।

एसबीआई ने 6 फायदे बताए

  • सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के निवेशकों को हर साल 2.5 फीसदी की सालाना दर से ब्याज मिलता है
  • कैपिटल गेन टैक्स से छूट, यानी निवेश निकालने पर कोई कैपिटल गेन टैक्स नहीं देना होता है
  • लोन के लिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को कोलैटरल के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है
  • सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड सुरक्षित, फिजिकल गोल्ड की तरह स्टोरेज की कोई परेशानी नहीं है
  • सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को स्टॉक एक्सचेंज में आसानी से ट्रेड कर सकते हैं
  • भौतिक सोना से उलट कोई जीएसटी और मेकिंग चार्ज नहीं लगता है

हर 10 ग्राम पर 500 रुपये की छूट

 बॉन्ड के लिए जो लोग इनके लिए ऑनलाइन आवेदन करेंगे और डिजिटल पेमेंट के जरिए भुगतान करेंगे, उन्हें प्रति ग्राम 50 रुपए का डिस्काउंट मिलेगा। यानी अगर आप इन माध्यमों से गोल्ड  बॉन्ड लेते हैं तो आपको प्रति 10 ग्राम 500 रुपए का अतिरिक्त फायदा होगा। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम में एक वित्तीय वर्ष में एक व्यक्ति अधिकतम 500 ग्राम सोने के बॉन्ड खरीद सकता है। वहीं न्यूनतम निवेश एक ग्राम का होना जरूरी है।

कहां से खरीदें

एसजीबी के हर आवेदन के साथ निवेशक PAN जरूरी है। स्वर्ण बॉन्ड बैंकों, स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एसएचसीआईएल), नामित डाकघरों और मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों (एनएसई और बीएसई) के माध्यम से बेचा जाएगा।