राजनांदगांव। पिछले सप्ताह उडता पंजाब ढाबा संचालक के अपहरण मामले में पुलिस ने 6 लोगों को हिरासत में ले लिया है और उनसे पूछताछ कर रही है। प्रांरभिक पूछताछ में जो जानकारी पुलिस को मिली है उसके अनुसार गुरप्रीत अपहरण के तार बिहार प्रांत के अपराधियों से जुड़े हुए हैं और पूरा मामला गुरप्रीत के पिता ढाबा संचालक बलजीत सेठी से पैसे के लेन देन को लेकर है। ढाबा संचालक पर अपहरण्कर्ताटों के लाखों रूपये बकाया जिसके चलते उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया था। गुरप्रीत से उनका कोई सीधा वास्ता नहीं था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पहली नजर में मामला शराब की खरीदी बिक्री को लेकर तय किया जा रहा थ लेकिन पुलिस अज अपहरणकर्तों तक पहुंती मो मामआइपीएल में सट्टेबाजी का निकला जिसमें ढाबा संचालक बलजीत सेठी दांव में लाखों रूपये हार चुका था। पिछले दिनों को जिले के सोमनी थाना क्षेत्र से मुख्य हाईवे मार्ग पर स्थित उड़ता पंजाब के ढाबा संचालक के पुत्र का अपहरण हो गया और अपहरण गुरप्रीत को पुलिस टीम उसे नागपुर से सकुशला लेकर लौटी और गुरप्रीत को सकुशल उसके परिजनों को सौंप दिया। पहले पुलिस किसी भी हाल में गुरप्रीत की सलामती चाहती थी और उसके वापस लौटने के बाद उसने अपने कार्रवाई को गति पग्रदान करते हुए अपहरणकर्ताओं की तलाश तेज कर दी।
इसी दरम्यान पुलिस को कुछ संकेत मिले जिसके आधार पर पुलिस ने महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले से लगे गांव में राजनांदगांव पुलिस ने चंदन गुप्ता नामक अपहृर्ता को हिरासत में लिया है। वही इस मामले के उसके बड़े भाई बिट्टू को भी पुलिस ने धरदबोचा है। बताया जाता है कि ढाबा मालिक बलजीत सेठी पर दबाव बनाने के लिए गुरप्रीत को अगवा किया गया था। सूत्रों का कहना है कि अपहरणकर्ताओं ने गुरप्रीत की मां को बार-बार पुलिस से शिकायत नही करने की चेतावनी दी थी। दरअसल आईपीएल मैच में बलजीत सेठी करीब 40 लाख रूपए सट्टे में हार गया था। बिहार और मध्यप्रदेश के सटोरियों को बलजीत ने बकाए रकम से मात्र 4 लाख रूपए ही लौटाए थे। इसके बाद से वह रकम देने में आनकानी कर रहा था। सूत्रों का कहना है कि सट्टे की रकम वसूलने के लिए ढाबा संचालक बलजीत सेठी के पुत्र गुरप्रीत सेठी को अगवा किया गया। पुलिस के पास मामला जाने के कारण अपहरणकर्ताओं का दबाव काम नहीं आया। आखिरकार गुरप्रीत को मध्यप्रदेश के सागर में बस से नागपुर भेज दिया गया।
सूत्रों का कहना है कि इस बस में चंदन गुप्ता भी सवार था। नागपुर पहुंचने के बाद गुरप्रीत को राजनांदगांव के लिए रवाना कर चंदन गुप्ता उप्र के बस में सवार होकर बिहार चला गया। बताया जाता है कि गुरप्रीत के पिता को महासमुंद जिलें के सरायपाली के रहने वाले एक युवक अविनाश चावड़ा ने सटोरियों से संपर्क कराया था। चावड़ा की पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है। अपहरणकांड में शामिल एक अन्य आरोपी ज्ञानेन्द्र प्रताप उर्फ लल्लू को भिलाई से हिरासत में लिया है। पुलिस ने इस मामले में अब तक 6 लोगों को हिरसत में लिया हुआ है।
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